गहोई वैश्य समाज बिलासपुर को गहोई भवन के लिए 5000 वर्ग फीट जमीन छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आवंटित!
बिलासपुर, छत्तीसगढ़: गहोई समाज की उत्तरोत्तर उन्नति में गहोई वैश्य समाज बिलासपुर ने एक असीम सफलता पाई हैं। छत्तीसगढ़ सर्कार के द्वारा गहोई समाज के भवन निर्माण के लिए भूमि आवंटित हो गई हैं, जिसमें वहां के मुख्यमंत्री भूपेश बघेलजी, विधायक शैलेश पान्डे और गहोई वैश्य समाज बिलासपुर के सक्षम पदाधिकारियों का सहयोग मिला| इसके लिए गहोई बंधुओं ने मिलकर आवश्यक धन राशि भी एकत्रित की|
गहोई भवन बिलासपुर के लिए जमीन आवंटित:
छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने गहोई वैश्य समाज बिलासपुर को 5000 वर्ग फीट जमीन आवंटित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस पुण्य कार्य में बिलासपुर के ऊर्जावान विधायक श्री शैलेश पान्डे जी ने हर संभव प्रयास करके सराहनीय भूमिका निभाई।
पूर्व में उन्होंने गहोई वैश्य समाज बिलासपुर के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की भूमिका में समाज के सभी सदस्यों के सामने यह भरोसा जताया था एवं कहा था कि गहोई वैश्य समाज बिलासपुर विगत 30 बर्षो से सामाजिक भवन के लिए प्रयास कर रही है, जिसमें अभी तक सफलता नहीं मिली है। लेकिन हम आप सभी सदस्यों को भरोसा दिलाते हैं कि हमारे प्रथम कार्यकाल में ही आप लोगों को जमीन दिलाकर रहूंगा।
ऐसे लोकप्रिय विधायक श्री शैलेश पान्डे जी गहोई वैश्य समाज बिलासपुर को जमीन दिलाने के लिए प्रयासरत रहे। उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी भूमिहीन समाज के लोगों को जमीन देने का अनुरोध प्रभारी मंत्री श्री जय सिंह अग्रवाल जी से किया था, जिनके प्रयास से गहोई वैश्य समाज बिलासपुर को जमीन प्राप्त हो गया है। इस नेक कार्य में महापौर श्री रामशरण यादव जी का भी विशेष सहयोग रहा।
गहोई वैश्य समाज बिलासपुर के सदस्यों ने कलेक्टर आफिस से जमीन का ऑर्डर कापी मिलने पर, क्षमता अनुसार भरपूर सहयोग किया।
गहोई वैश्य समाज बिलासपुर के जमीन आवंटन के लिए समाज के सदस्यों के द्वारा क्षमता अनुसार सहयोग किया गया। सहयोग करने वाले सदस्यों का नाम:
शरद कुमार गुप्ता 51000/-सचिव गहोई वैश्य समाज बिलासपुर नरेन्द्र मोर जी 31000/-अजय गुप्ता जी 5001/-उमाकांत बिलैया जी – 11000/- डां आर के गंधी जी अध्यक्ष गहोई वैश्य समाज बिलासपुर 51000/-कुलदीप कनकने जी 51000/-गणेश प्रसाद बरसैंया जी 151000/-एन के बहरे जी 25000/- रमेश सेठ जी संरक्षक गहोई वैश्य समाज बिलासपुर 51000/- बलराम मातेले जी – 51000/- अनीष नीखरा जी -21000/-हरिकिशोर नांगरईया जी कोषाध्यक्ष गहोई वैश्य समाज बिलासपुर 25000/-श्याम लाल कनकने जी 31000/-संदीप कुचया जी 31000/अनिल गुप्ता जी 21000/धर्मेन्द्र नीखरा जी 21000/-दिलीप पहारिया जी 11000/-रमेश बाबू सिपोल्या जी21000/ लक्ष्मी नारायण बिलैया जी 51000/-नरेश कुमार मातेले जी 11000/शिव कुमार गुप्ता जी 11000/- अशोक चौदहा जी 21000/- संजीव बृजपुरिया जी 25000/-
डां मनीष रेजा जी 5100/-
गेंदालाल सुहाने जी 11000/
आनंद ददरिया जी 10000/
मनोहर लाल बरसैंया जी 10000/-
गहोई वैश्य समाज बिलासपुर के सचिव शरद कुमार गुप्ता जी ने इस पावन कार्य को सफल बनाने में दिये योगदान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी, लोकप्रिय विधायक श्री शैलेश पान्डे जी, महापौर श्री रामशरण यादव जी एवं समाज के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया एवं कहा कि यह सफलता ऊर्जावान अध्यक्ष महोदय श्री राजेन्द्र कुमार गुप्ता जी एवं समस्त पदाधिकारी ओर समाज के सभी दानवीर सदस्यों के सहयोग से संभव हो पाया है।
गहोई इतिहास और उससे सम्बन्ध: देवताओं के आशीर्वाद से उपजी गहोई प्रजाति हर क्षेत्र में दक्षता रखती हैं। भगवान नारायण के शंख से उत्पादित गहोई शब्द बहुत ही पवित्र हैं। गहोईयो का रहन सहन और खान पान, देवताओं के समकक्ष हैं। हमें गर्व होना चाहिए कि हम गहोई समाज से हैं।
गहोई मुंबई समाचार और गहोई बंधुओं को ओर से बधाई:
गहोई वैश्य समाज बिलासपुर को गहोई भवन के लिए जमीन आवंटित होने पर सभी गहोई बंधुओं और गहोई मुंबई समाचार की ओर से बहुत बहुत बधाई। आप भविष्य में समाज की समृद्धि और विकास के लिए सहयोगी रहे, यही ईश्वर से कामना हैं।
जय गहोई ~ जय भारत
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बिलासपुर शहर के बारे में रोचक जानकारी:
बिलासपुर भारत के छत्तीसगढ़ राज्य का एक शहर है। रायपुर के बाद यह राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। बिलासपुर बिलासपुर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। यह शहर अरपा नदी के तट पर स्थित है, जो मध्य भारत की मैकाल श्रेणी से निकलती है।
बिलासपुर अपने सुगंधित चावल की किस्म ‘दुवराज’ चावल, हथकरघा बुनी रंगीन नरम कोसा रेशम साड़ियों के लिए जाना जाता है। यह शहर कई महत्वपूर्ण मंदिरों का भी घर है, जिनमें रतनपुर मंदिर परिसर, मल्हार मंदिर परिसर और खुटाघाट बांध शामिल हैं।
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